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इंडक्शन मोटर और सिंक्रोनस मोटर के बीच अंतर और उनके उपयोग
इंडक्शन मोटर और सिंक्रोनस मोटर दोनों ही एसी मोटर (AC Motor) की श्रेणी में आते हैं, लेकिन इन दोनों की कार्य प्रणाली, संरचना, और उपयोग में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। नीचे इनकी तुलना और उनके उपयोग की जानकारी दी गई है:


1. प्रेरण मोटर तथा तुल्यकालिक मोटर में अंतर –

विशेषताएँइंडक्शन मोटरसिंक्रोनस मोटर
रोटर की गतिरोटर की गति स्टेटर की चुंबकीय क्षेत्र (synchronous speed) से कम होती है।रोटर की गति स्टेटर की चुंबकीय क्षेत्र की गति के बराबर होती है।
प्रारंभिक यंत्रबाहरी प्रारंभिक यंत्र की आवश्यकता नहीं होती।बाहरी प्रारंभिक यंत्र (excitation) की आवश्यकता होती है।
चुंबकीय फील्डचुंबकीय फील्ड स्व-उत्पन्न (self-induced) होती है।चुंबकीय फील्ड बाहरी स्रोत द्वारा उत्पन्न की जाती है।
निर्भरतामोटर अपनी गति स्लिप (slip) पर आधारित होती है।कोई स्लिप नहीं होती; गति हमेशा स्थिर रहती है।
सरलता और रखरखावसरल डिजाइन, कम रखरखाव।जटिल डिजाइन, अधिक रखरखाव।
क्षमताआंशिक लोड पर अधिक कुशल।पूर्ण लोड पर अधिक कुशल।
प्रारंभिक प्रयासस्वचालित रूप से शुरू हो सकता है।बाहरी साधनों से शुरू करना पड़ता है।

2. कार्य प्रणाली

इंडक्शन मोटर:

  • कार्य सिद्धांत:
    यह फ़ैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) के सिद्धांत पर आधारित है। जब एसी करंट स्टेटर के माध्यम से गुजरता है, तो यह एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र (rotating magnetic field) उत्पन्न करता है। यह रोटर में धारा प्रेरित करता है, जिससे एक बल उत्पन्न होता है और रोटर घूमने लगता है।

सिंक्रोनस मोटर:

  • कार्य सिद्धांत:
    सिंक्रोनस मोटर में स्टेटर में एसी करंट चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है, और रोटर को बाहरी डीसी करंट से उत्तेजित किया जाता है। रोटर चुंबकीय क्षेत्र स्टेटर चुंबकीय क्षेत्र के साथ लॉक हो जाता है, और दोनों समान गति से घूमते हैं।

3. उपयोग

इंडक्शन मोटर:

  • उद्योगों में:
    • पंखे और ब्लोअर: घरेलू और औद्योगिक उपयोग।
    • कंप्रेसर और पंप: जल आपूर्ति और कूलिंग सिस्टम।
    • कन्वेयर बेल्ट: मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स।
    • मशीन टूल्स: ड्रिलिंग, ग्राइंडिंग, और लाथ मशीनें।
    • घरेलू उपकरण: वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर।

सिंक्रोनस मोटर:

  • विशिष्ट उपयोग:
    • पॉवर फैक्टर सुधार: पावर सिस्टम में सिंक्रोनस मोटर का उपयोग पावर फैक्टर सुधारने के लिए किया जाता है।
    • भारी उद्योग: क्रशर, बॉल मिल्स और रोलिंग मिल्स में।
    • घड़ी और टाइमिंग डिवाइस: सटीक समय नियंत्रण के लिए।
    • जनरेटर: अल्टरनेटर के रूप में बिजली उत्पादन।
    • प्रेसिशन मशीनरी: स्थिर गति की आवश्यकता वाले उपकरण।

4. फायदे और सीमाएँ

इंडक्शन मोटर:

  • फायदे:
    • सरल और मजबूत संरचना।
    • कम प्रारंभिक लागत।
    • न्यूनतम रखरखाव।
  • सीमाएँ:
    • पावर फैक्टर कम।
    • गति नियंत्रण मुश्किल।

सिंक्रोनस मोटर:

  • फायदे:
    • स्थिर गति।
    • पावर फैक्टर सुधारने में सहायक।
  • सीमाएँ:
    • महंगा।
    • प्रारंभ करने के लिए अतिरिक्त उपकरण की आवश्यकता।

  • इंडक्शन मोटर का उपयोग सामान्य, सरल और लो-कॉस्ट अनुप्रयोगों में अधिक होता है।
  • सिंक्रोनस मोटर का उपयोग तब किया जाता है जब उच्च दक्षता, स्थिर गति, और पावर फैक्टर सुधार की आवश्यकता होती है।

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